सिर्फ एक मां
मै एक कमजोर मां हूँ मुझे डर लगता है मैने अपने बच्चे को ठीक से सड़क पार करना भी नहीं सिखाया मुझे आश्चर्य लगता है कि बहुत कम पढ़ी लिखी मेरी मां ने मुझे किताबों की लत कैसे लगाई, कैसे उसने मेरे सारे दांत हमेशा साफ ओर स्वस्थ रखे, कैसे उसके हाथ के बने सारे व्यंजन की रेसिपी भी मुझे याद है और बी यू टी टी ई आर बटर सिखाना भी मुझे नहीं मालूम बहुत बीमार रहते हुए भी उसमें इतना जिगरा कैसे था कि पांच बच्चों को पालते हुए भी किसी को कभी किसी चीज से नहीं रोका, जब भी मांगा कोई चीज वो हमेशा उसकी लिस्ट में होती थी मै शायद अपनी मां की तरह अन्नपूर्णा कामधेनु कभी न बन पाऊं मगर मैं सिर्फ एक कोशिश करती हूं रोज कि बस मां रहूं अपने बच्चे के लिए